Wednesday 17 August 2016

🏻क़ुव्वत की बरबादी, अपने हाथों से अपना वीर्य निकालना

👇🏻👇🏻क़ुव्वत की बरबादी👇🏻👇🏻🏻
✊🏿यानी अपने हाथों से अपना वीर्य निकालना✊🏿
इसे जरूर पड़े और ज्यादा से ज्यादा शेयर करे क्योकि ये बहुत ही जरूरी जानकारी है
🕵क्या आप जानते है इस दौर मे नवजवानो में जिस कदर बुराईया पनप रही है उस की सबसे बड़ी वजह क्या है जी हा फिल्में ,आज मुसलमानो का तकरीबन हर मकान एक सिनेमा घर बना हुआ है अब तो हद ये हो गयी कि मुसलमान का एक बच्चा होश सभालता है तो वो टीवी के जरिये वोह सब कुछ सीखता है जो उसे इस उमर मे नही सीखना चाहिये जब होश सभालता ही वोह फिल्में मे एक मर्द और औरत के खास ताअल्लुकात को देखता है तो उस में भी बही ख्वाहिश पैदा होती है और वो उमर से पहले ही अपने आप को जवान समझने लगता है फिर ये ख्वाहिश ही आगे चल कर उमर के साथ साथ ज्यादा बड़ने लगती है और इस ख्वाहिश को पूरा करने के लिये गलत तरीको का इस्तेमाल करता है यहा तक की वो जब भी तन्हा होता है  जिन्सी ख्वाहिश उसे परेशान कर देती है और वो उसे पूरा करने के लिये अपने हाथो मनी निकाल कर मजा हासिल करता है 🕵
🕵एक बार ये अमल किया फिर हमेशा की आदत बन जाता है हाथो से नर्म नाजुक हिस्से (लिंग) मे हमेशा छेड़ छाड़ उसे कमजोर बना देती है वो बारीक बारीक नसे और पुठ्ठे भी इस सख्ती को बरदास्त नही कर सकते इस मे सबसे पहले वो असर होता है वोह लिंग का जड़ से कमजोर और लांगिर हो जाना है इसके इलावा जहॉ जहॉ रगें और पुठ्ठे ज्यादा दब जाते है वो हिस्सा टेड़ा हो जाता है इसके दबने से खून का आना कम होगा रगें फैल न सकेगी सख्ती जाती रहेगी ,अपने हाथो की करतूत के सबब ऐसा सख्श औरत के काबिल नही रहता अगर कोई शरीफ इज्जत पसंद लड़की ऐसे सख्श के निकाह मे दे दी जाये तो उमर भर अपनी किस्मत को रोयेगी और ये बदनसीब उसको मुंह दिखाने के काबिल न होगा इस लिये अव्वल तो उस से मिल नही सकता कि जब भी औरत से मिलना चाहेगा पहले ही सब ऊपर ही फौला देगा अगर किसी तरकीब से मिल भी जाये तो माद्दा मे औलाद पैदा करने के अज्ज़ा पहले ही इस हरकत से मर चुके, इसलिये अब ऐसे सख्श को औलाद ये भी मायूस होना पड़ेगा 
🕵ये खजाना ( वीर्य ) बरबाद करने से दिल कमजोर हो जाता है और सारे बदन का दारोमदार दिल पर है 
🕵एक जबरदस्त तजरूबेकार डाक्टर ने अपनी रिसर्च मे इस तरह लिखा है कि १ हजार पुराने बुखार के मरीजो को देखने के बाद ये साबित हुआ के १८६ औरतो से ज्यादा सोहबत की बजह से बीमारी मे फसे और ४१४ सिर्फ अपने हाथों से अपनी कुव्वत बरबाद करने की बजह से और बाकी दूसरे मरीजों की बीमारी की बजह दूसरी है 
और आगें लिखते है 
हमने १२४ पागलों का मुआएना करने से मालूम हुआ कि २४ सिर्फ अपने हाथों से अपनी कुववत बरबाद. करने की बजह से पागल हुये और बाकी १०० हजारो बजुहात से पागल हुये
🕵हकीमों ने लिखा है १०० मरतबा अपनी बीवी से सोहवत करने पर जितनी कमजोरी आती है उतनी १ मरतबा अपने हाथों से अपनी मनी बरबाद करने में कमजोरी आती है
           🌹 याद रखिये 🌹
आज दुनिया में छुपकर बुराइया कर रहे हो लेकिन ये तो सोचो की वो  हाज़िर और नज़ीर खुदा तो देख रहा है उस से बच कर कहा जायोगे. अल्लाह ने ज़िना को हराम किया उस की सज़ा बतायी कि ये सजा दुन्या मे दी जाये तो आखिरत के अज़ाब से बच जाये लेकिन अपने हाथों इस अन्मोल खज़ाने को बरबाद करना ऐसा सख्त गुनाह ठहराया गया कि दुनिया की सजा ऐसे जुर्म के लिये काफी नही हो सकती जहन्नुम का दर्दनाक अज़ाब ही इसका भुगतान हो सकता है ऐसा न पाक़ काम करने बाले पर अल्लाह की हजारों लाखों फटकारे 
          🌹हदीष🌹
फरमान ए आक़ा सल्लल्लाहो अलैही वसल्लम हाथ के जरिये अपनी मनी को निकालने वाला मसऊन है
अल्लाह की तरफ से फटतारा हुआ
🕵अगर खुदा न खास्ता कोई नसीब का दुस्मन इस बुरी आदत का शिकार हो चुकाहै तो उसे हमारा दर्द मन्दाना मशबरा है खुदारा ,इस्तेहारी दबाओ की तरफ न जाये पहले सच्चे दिल से तौबा करे और फिर अच्छे तजरूबेकार तअलीम याफ्ता हक़ीम वैध या डाक्टर के पास जाईये 
प्यारे भाईयो आप सब से गुजारिश है के ज्यादा से ज्यादा शेयर करे और जो व्हाट्सएप्प  नही चलाते उन्हे भी आगाह करे पड़ के सुनाए 
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किताबे: बरकाते शरीअत, बरकाते सुन्नते रसूल, माहे रामज़ान कैसें गुज़ारे, अन्य किताब लेखक: मौलाना शाकिर अली नूरी अमीर SDI हिन्दी टाइपिंग: युसूफ नूरी(पालेज गुजरात) & ऑनलाईन पोस्टिंग: मोहसिन नूरी मन्सुरी (सटाणा महाराष्ट्र) अल्लाह عَزَّ وَجَلَّ हमे कहने सुनने से ज्यादा अमल करने की तौफ़ीक़ अता करे आमीन. http://sditeam.blogspot.in