बरकाते शरीअत पोस्ट -028
🔹الصــلوةوالسلام عليكيارسولالله
🔹ﷺ
👉🏾 वुजू में चार चीजें फ़र्ज़ है :
1⃣ मुंह धोना। यानी पेशानी (जहां से बाल
जमने की शुरुआत हो ) से ठुडी तक तूल में
और अर्जमें एक कानकी लौसे दूसरे कानतक
जिल्दके हर हिस्से में कमअज कम एक मर्तबा
पानी पंहुचाना।
2⃣ कोहनियों समेत हाथ धोना इस हुक्म में
कोहनियां भी दाखिल है, अगर कोहनियों से
नाख़ून तक कोई जगह जर्रा भर भी धुलने से
रह जाएगी तो वुजू न होगा।
3⃣ सर का मसह करना। चौथाई सर का
मसह करना फर्ज है, मसह करने केलिये हाथ
तर होना चाहिये, ख़्वाह हाथ में तरी अअजाके
धोने के बाद रह गई हो या नए पानी से हाथ
तर कर लिया हो।
4⃣ टखनों समेत पांव धोना
अल्लाह عَزَّ وَجَلَّहमे कहने सुनने से ज्यादा
अमल करनेकी तौफ़ीक़ अता करे
📚हवाला: बरकाते शरीअत स.99
अताए हुजूर मुफ़्तीए आजम हिन्द
मौलाना मोहम्मद शाकिर अली नूरी
अमीर ए सुन्नी दावते इस्लामी
SDI Web Visit : www.sunnidawateislami.net
👇🏽इसे क्लिककरे और भी पोस्ट पढ़े👇🏽
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👉🏽 वुजु के फ़ज़ाइल पार्ट 20
🔹بسم الله الرحمن الرحيم🔹الصــلوةوالسلام عليكيارسولالله
🔹ﷺ
👇🏽 फराइज़े वुजू 👇🏽
1⃣ मुंह धोना। यानी पेशानी (जहां से बाल
जमने की शुरुआत हो ) से ठुडी तक तूल में
और अर्जमें एक कानकी लौसे दूसरे कानतक
जिल्दके हर हिस्से में कमअज कम एक मर्तबा
पानी पंहुचाना।
2⃣ कोहनियों समेत हाथ धोना इस हुक्म में
कोहनियां भी दाखिल है, अगर कोहनियों से
नाख़ून तक कोई जगह जर्रा भर भी धुलने से
रह जाएगी तो वुजू न होगा।
3⃣ सर का मसह करना। चौथाई सर का
मसह करना फर्ज है, मसह करने केलिये हाथ
तर होना चाहिये, ख़्वाह हाथ में तरी अअजाके
धोने के बाद रह गई हो या नए पानी से हाथ
तर कर लिया हो।
4⃣ टखनों समेत पांव धोना
अल्लाह عَزَّ وَجَلَّहमे कहने सुनने से ज्यादा
अमल करनेकी तौफ़ीक़ अता करे
📚हवाला: बरकाते शरीअत स.99
अताए हुजूर मुफ़्तीए आजम हिन्द
मौलाना मोहम्मद शाकिर अली नूरी
अमीर ए सुन्नी दावते इस्लामी
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किताबे: बरकाते शरीअत, बरकाते सुन्नते रसूल, माहे रामज़ान कैसें गुज़ारे, अन्य किताब लेखक: मौलाना शाकिर अली नूरी अमीर SDI हिन्दी टाइपिंग: युसूफ नूरी(पालेज गुजरात) & ऑनलाईन पोस्टिंग: मोहसिन नूरी मन्सुरी (सटाणा महाराष्ट्र) अल्लाह عَزَّ وَجَلَّ हमे कहने सुनने से ज्यादा अमल करने की तौफ़ीक़ अता करे आमीन. http://sditeam.blogspot.in