बरकाते शरीअत पोस्ट -031
🔹الصــلوةوالسلام عليكيارسولالله
🔹ﷺ
मेरे प्यारे आक़ा صَلَّى اللّٰه ُ عَلَئهِٖ وَسَلَّم के
प्यारे दीवानो वुजू में हम जाने अंजाने में कुछ
ऐसे काम भी कर बैठते हैं जिन के करने से
वुजू मकरूह हो जाता है और सवाब में कमी
वाके हो जाती है। दर्ज जैल चन्द बातें वुजू में
मकरूह है उनके करने से हमें बचना चाहिये
ताकि वुजू के मुकम्मल फ़ज़ाइल व फवाइद
हासिल हो सकें।
✏ औरत के गुस्ल या वुजू के बचे हुए पानी से वुजू करना।
✏ नजिस जगह वुजू का पानी गिराना।
✏ मस्जिद के अंदर वुजू करना।
✏ वुजूके पानी के कतरे वुजू के बर्तन में टपकाना।
✏ किब्ला की तरफ कुल्ली का पानी या नाक, खखार, थूक डालना।
✏ बेजरुरत दुनिया की बातें करना।
✏ जरुरत से ज्यादा पानी खर्च करना।
✏ इतना कम पानी खर्च करना कि सुन्नतेँ अदा न हो।
✏ एक हाथ से मुंह धोना।
✏ मुंह पर पानी मारना।
✏ वुजू के कतरों को कपडे या मस्जिद में टपकने देना।
✏ वुजूकी किसी सुन्नत को छोड़ देना।
📚 (कानूने शरीअत)
अल्लाह عَزَّ وَجَلَّहमे कहने सुनने से ज्यादा
अमल करनेकी तौफ़ीक़ अता करे
📚हवाला: बरकाते शरीअत स.100
अताए हुजूर मुफ़्तीए आजम हिन्द
मौलाना मोहम्मद शाकिर अली नूरी
अमीर ए सुन्नी दावते इस्लामी
SDI Web Visit : www.sunnidawateislami.net
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👉🏽 वुजु के फ़ज़ाइल पार्ट 23
🔹بسم الله الرحمن الرحيم🔹الصــلوةوالسلام عليكيارسولالله
🔹ﷺ
👇🏽वुजू के मकरुहात👇🏽
प्यारे दीवानो वुजू में हम जाने अंजाने में कुछ
ऐसे काम भी कर बैठते हैं जिन के करने से
वुजू मकरूह हो जाता है और सवाब में कमी
वाके हो जाती है। दर्ज जैल चन्द बातें वुजू में
मकरूह है उनके करने से हमें बचना चाहिये
ताकि वुजू के मुकम्मल फ़ज़ाइल व फवाइद
हासिल हो सकें।
✏ औरत के गुस्ल या वुजू के बचे हुए पानी से वुजू करना।
✏ नजिस जगह वुजू का पानी गिराना।
✏ मस्जिद के अंदर वुजू करना।
✏ वुजूके पानी के कतरे वुजू के बर्तन में टपकाना।
✏ किब्ला की तरफ कुल्ली का पानी या नाक, खखार, थूक डालना।
✏ बेजरुरत दुनिया की बातें करना।
✏ जरुरत से ज्यादा पानी खर्च करना।
✏ इतना कम पानी खर्च करना कि सुन्नतेँ अदा न हो।
✏ एक हाथ से मुंह धोना।
✏ मुंह पर पानी मारना।
✏ वुजू के कतरों को कपडे या मस्जिद में टपकने देना।
✏ वुजूकी किसी सुन्नत को छोड़ देना।
📚 (कानूने शरीअत)
अल्लाह عَزَّ وَجَلَّहमे कहने सुनने से ज्यादा
अमल करनेकी तौफ़ीक़ अता करे
📚हवाला: बरकाते शरीअत स.100
अताए हुजूर मुफ़्तीए आजम हिन्द
मौलाना मोहम्मद शाकिर अली नूरी
अमीर ए सुन्नी दावते इस्लामी
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किताबे: बरकाते शरीअत, बरकाते सुन्नते रसूल, माहे रामज़ान कैसें गुज़ारे, अन्य किताब लेखक: मौलाना शाकिर अली नूरी अमीर SDI हिन्दी टाइपिंग: युसूफ नूरी(पालेज गुजरात) & ऑनलाईन पोस्टिंग: मोहसिन नूरी मन्सुरी (सटाणा महाराष्ट्र) अल्लाह عَزَّ وَجَلَّ हमे कहने सुनने से ज्यादा अमल करने की तौफ़ीक़ अता करे आमीन. http://sditeam.blogspot.in