बरकाते शरीअत पोस्ट -033
🔹الصــلوةوالسلام عليكيارسولالله
🔹ﷺ
بِسْــــــــــــــــــمِ ﷲِ الرَّحْمَنِ الرَّحِيم
पढ़ने के बाद कम से कम तीन- तीन मर्तबा
ऊपर नीचे के दांतोकी चौड़ाई में मिस्वाक करे
न कि लम्बाई में और इसतरह कि पहले दायीं
जानिब के ऊपर के दांत फिर बायीं जानिबके
ऊपर के दांत फिर दाहिनी जानिब के निचे के
दांत फिर बायीं जानिब के निचेके दांत मांझे।
उसकेबाद दोनों हाथोंपर गट्टों समेत पानीमले
और उंगलियोंकी तरफसे शुरू करके गट्टेतक
3 बार पानी बहाए फिर लोटेको दाहिनेहाथमें
लेकर बाएं हाथ पर तीन बार उसी तरह पानी
बहाए और इसका ख्याल रहे कि उंगलियोंकी
घाइयां पानी बहने से न रह जाएं और अगर
हौज से वुजू करता हो तो गट्टों तक हाथों को
मलने के बाद हौजमें पहले दाहिना हाथ डाल
कर 3 बार हिलाए और फिर बायां हाथ डाल
कर 3 बार हिलाए फिर तीन बार कुल्ली इस
तरह करेकि मुंहकी तमामजड़ों और दांतोकी
सब खिड़कियोंमें पानी पहुंचजाए और अगर
रोज़ादार न हो तो हर कुल्ली गरगरा के साथ
करे। फिर बाएं हाथ की छूंगलियां नाक में
डालकर उसे साफ करे और सांसकी मदद से
तीन बार दाहिने हाथसे नरम बांसों तक पानी
चढ़ाए, फिर चेहरे पर अच्छी तरह पानी मल
कर उस को तीन बार धोए कि एक कान की
लौ से दूसरे कानकी लौतक हर हर हिस्सेपर
पानी बह जाए और दाढ़ीके बाल व खाल को
धोए। हां दाढ़ीकेबाल घनेहों तो खालकाधोना
फर्ज नहीं सिर्फ मुस्तहब है और दाढ़ी के जो
बाल मुंह के दाइरे से निचे हैं उनको भी धोए
और दाढ़ी और दाढ़ीका खिलालकरे इसतरह
कि उंगलियों को गर्दनकी तरहसे दाखिल करे
और सामने निकाले फिर दोनों हाथो पर
कोहनियों समेत पानी मलकर पहले दाहिने
हाथ पर और फिर बाएं हाथपर सरे नाख़ूनसे
शुरू करके कोहनियोंके ऊपर तक बाल और
हर हिस्स ए खाल पर तीन बार पानी बहाए,
फिर सरकामसह इसतरह करेके दोनोंहाथोंके
अंगूठे और कलमेकीउंगलियां छोड़कर बाकी
तीन उंगलियों के सिरे मिला कर पेशानी के
बालउगनेकी जगहपर रखे और सरके ऊपरी
हिस्से पर गुद्दी तक उंगलियों के पेट से मसह
करता हुआ ले जाए और हथेलियां सर की
करवटों पर जमाए हुए गुद्दी तक खींचता ले
जाए और बस, फिर उसके बाद कलिमे की
उंगलियों के पेट से कान के अंदरुनी हिस्सेका
मसह करे और अंगूठे के पेटसे कानके बाहरी
हिस्सेका मसह करे और उंगलियों की पीठसे
गर्दनका मसहकरे फिर पावं पर टखनों समेत
पानी मले और पहले दाहिने पावं फिर बाएं
पावं पर उंगलियों की तरहसे टखनों के ऊपर
तक हर बाल और हर हिस्सए खाल पर तीन
तीनबार पानीबहाए और उंगलियोंमें खिलाल
बाएं हाथ की छूंगलियां से इस तरह करे कि
दाहिने पावंकी छूंगलियां से शुरू करके अंगूठे
पर ख़त्म करे और बाएं पावंमें अंगूठे से शुरू
करके छूंगलियां पर ख़त्म करे और हर उज्व
धोते वक़्त दुरुद पढता रहे कि अफज़ल है।
📚 (अनवारुल हदीस : 135 )
मेरे प्यारे आक़ा صَلَّى اللّٰهُ عَلَئهِٖ وَسَلَّم के
प्यारे दीवानो वुजूका जोतरीका मजकूर हुआ
उसमे कुछ बातें फर्जहैं कि उनके छुट जानेसे
या सही तौरपर अदान होनेसे वुजूनहीं होताहै
फराइज़ के अलावा दीगर बातें सुन्नत या
मुस्तहब हैं कि उन के करने में सवाब और
छोड़ देने से सवाब में कमी वाक़ेअ होती है,
लिहाजा हमें फराइज़ मुकम्मल एहतियात से
अदा करना चाहिये और मुस्तहब्बात को भी
अदा करने की कोशिश करनी चाहिये कि
अल्लाह عَزَّ وَجَلَّ अपने फ़ज्लो- करम से
हमारी नेकियों में इजाफा फरमाएगा।
अल्लाह عَزَّ وَجَلَّहमे कहने सुनने से ज्यादा
अमल करनेकी तौफ़ीक़ अता करे
📚हवाला: बरकाते शरीअत स.102
अताए हुजूर मुफ़्तीए आजम हिन्द
मौलाना मोहम्मद शाकिर अली नूरी
अमीर ए सुन्नी दावते इस्लामी
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👉🏽 वुजु के फ़ज़ाइल पार्ट 25
🔹بسم الله الرحمن الرحيم🔹الصــلوةوالسلام عليكيارسولالله
🔹ﷺ
👇🏽वुजू का मसनुन तरीका👇🏽
सबसे पहले वुजू की नियत करे और फिरبِسْــــــــــــــــــمِ ﷲِ الرَّحْمَنِ الرَّحِيم
पढ़ने के बाद कम से कम तीन- तीन मर्तबा
ऊपर नीचे के दांतोकी चौड़ाई में मिस्वाक करे
न कि लम्बाई में और इसतरह कि पहले दायीं
जानिब के ऊपर के दांत फिर बायीं जानिबके
ऊपर के दांत फिर दाहिनी जानिब के निचे के
दांत फिर बायीं जानिब के निचेके दांत मांझे।
उसकेबाद दोनों हाथोंपर गट्टों समेत पानीमले
और उंगलियोंकी तरफसे शुरू करके गट्टेतक
3 बार पानी बहाए फिर लोटेको दाहिनेहाथमें
लेकर बाएं हाथ पर तीन बार उसी तरह पानी
बहाए और इसका ख्याल रहे कि उंगलियोंकी
घाइयां पानी बहने से न रह जाएं और अगर
हौज से वुजू करता हो तो गट्टों तक हाथों को
मलने के बाद हौजमें पहले दाहिना हाथ डाल
कर 3 बार हिलाए और फिर बायां हाथ डाल
कर 3 बार हिलाए फिर तीन बार कुल्ली इस
तरह करेकि मुंहकी तमामजड़ों और दांतोकी
सब खिड़कियोंमें पानी पहुंचजाए और अगर
रोज़ादार न हो तो हर कुल्ली गरगरा के साथ
करे। फिर बाएं हाथ की छूंगलियां नाक में
डालकर उसे साफ करे और सांसकी मदद से
तीन बार दाहिने हाथसे नरम बांसों तक पानी
चढ़ाए, फिर चेहरे पर अच्छी तरह पानी मल
कर उस को तीन बार धोए कि एक कान की
लौ से दूसरे कानकी लौतक हर हर हिस्सेपर
पानी बह जाए और दाढ़ीके बाल व खाल को
धोए। हां दाढ़ीकेबाल घनेहों तो खालकाधोना
फर्ज नहीं सिर्फ मुस्तहब है और दाढ़ी के जो
बाल मुंह के दाइरे से निचे हैं उनको भी धोए
और दाढ़ी और दाढ़ीका खिलालकरे इसतरह
कि उंगलियों को गर्दनकी तरहसे दाखिल करे
और सामने निकाले फिर दोनों हाथो पर
कोहनियों समेत पानी मलकर पहले दाहिने
हाथ पर और फिर बाएं हाथपर सरे नाख़ूनसे
शुरू करके कोहनियोंके ऊपर तक बाल और
हर हिस्स ए खाल पर तीन बार पानी बहाए,
फिर सरकामसह इसतरह करेके दोनोंहाथोंके
अंगूठे और कलमेकीउंगलियां छोड़कर बाकी
तीन उंगलियों के सिरे मिला कर पेशानी के
बालउगनेकी जगहपर रखे और सरके ऊपरी
हिस्से पर गुद्दी तक उंगलियों के पेट से मसह
करता हुआ ले जाए और हथेलियां सर की
करवटों पर जमाए हुए गुद्दी तक खींचता ले
जाए और बस, फिर उसके बाद कलिमे की
उंगलियों के पेट से कान के अंदरुनी हिस्सेका
मसह करे और अंगूठे के पेटसे कानके बाहरी
हिस्सेका मसह करे और उंगलियों की पीठसे
गर्दनका मसहकरे फिर पावं पर टखनों समेत
पानी मले और पहले दाहिने पावं फिर बाएं
पावं पर उंगलियों की तरहसे टखनों के ऊपर
तक हर बाल और हर हिस्सए खाल पर तीन
तीनबार पानीबहाए और उंगलियोंमें खिलाल
बाएं हाथ की छूंगलियां से इस तरह करे कि
दाहिने पावंकी छूंगलियां से शुरू करके अंगूठे
पर ख़त्म करे और बाएं पावंमें अंगूठे से शुरू
करके छूंगलियां पर ख़त्म करे और हर उज्व
धोते वक़्त दुरुद पढता रहे कि अफज़ल है।
📚 (अनवारुल हदीस : 135 )
मेरे प्यारे आक़ा صَلَّى اللّٰهُ عَلَئهِٖ وَسَلَّم के
प्यारे दीवानो वुजूका जोतरीका मजकूर हुआ
उसमे कुछ बातें फर्जहैं कि उनके छुट जानेसे
या सही तौरपर अदान होनेसे वुजूनहीं होताहै
फराइज़ के अलावा दीगर बातें सुन्नत या
मुस्तहब हैं कि उन के करने में सवाब और
छोड़ देने से सवाब में कमी वाक़ेअ होती है,
लिहाजा हमें फराइज़ मुकम्मल एहतियात से
अदा करना चाहिये और मुस्तहब्बात को भी
अदा करने की कोशिश करनी चाहिये कि
अल्लाह عَزَّ وَجَلَّ अपने फ़ज्लो- करम से
हमारी नेकियों में इजाफा फरमाएगा।
अल्लाह عَزَّ وَجَلَّहमे कहने सुनने से ज्यादा
अमल करनेकी तौफ़ीक़ अता करे
📚हवाला: बरकाते शरीअत स.102
अताए हुजूर मुफ़्तीए आजम हिन्द
मौलाना मोहम्मद शाकिर अली नूरी
अमीर ए सुन्नी दावते इस्लामी
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किताबे: बरकाते शरीअत, बरकाते सुन्नते रसूल, माहे रामज़ान कैसें गुज़ारे, अन्य किताब लेखक: मौलाना शाकिर अली नूरी अमीर SDI हिन्दी टाइपिंग: युसूफ नूरी(पालेज गुजरात) & ऑनलाईन पोस्टिंग: मोहसिन नूरी मन्सुरी (सटाणा महाराष्ट्र) अल्लाह عَزَّ وَجَلَّ हमे कहने सुनने से ज्यादा अमल करने की तौफ़ीक़ अता करे आमीन. http://sditeam.blogspot.in